कामाख्या बीज मंत्र, प्रणाम मंत्र, कामाख्या तंत्र, कामाख्या मंत्र साधना, कामख्या मंत्र के लाभ
कामाख्या बीज मंत्र, प्रणाम मंत्र, कामाख्या तंत्र, कामाख्या मंत्र साधना, कामख्या मंत्र के लाभ
कामाख्या सिद्ध मंत्र
कामाख्या बीज मंत्र –
क्लीं क्लीं कामाख्या क्लीं क्लीं नमः |
प्रणाम मंत्र –
कामाख्ये कामसम्पन्ने कामेश्वरि हरप्रिये ।
कामनां देहि मे नित्यं कामेश्वरि नमोऽस्तु ते ॥
अनुज्ञा मंत्र –
कामदे कामरुपस्थे सुभगे सुरसेविते ।
करोमि दर्शनं देव्याः सर्वकामार्थसिद्धये ॥
कामाख्या देवी का प्रणाम मंत्र –
कामाख्ये वरदे देवि नीलपर्वतवासिनि ।
त्वं देवि जगतां मातर्योनिमुद्रे नमोऽस्तु ते ॥
कामाख्या तंत्र –
“त्रीं त्रीं त्रीं हूँ हूँ स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं स्त्रीं हूँ हूँ त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा”
स्पर्श मंत्र –
मनोभवगुहा मध्ये रक्तपाषाण रुपिणी ।
तस्याः स्पर्शनमात्रेण पुनर्जन्म न विद्यते ॥
चरणामृत – पान मंत्र –
शुकादीनाञ्च यज् ज्ञानं यमादि परिशोधितम् ।
तदेव द्रवरुपेण कामाख्या योनिमण्डले ॥
कामाख्या वशीकरण मंत्र –
ॐ नमो कामाक्षी देवी आमुकी में वंशं कुरु कुरु स्वः॥
कालिका पुराण –
विष्णुब्रह्मशिवैर्देवैर्धृयते या जगन्मयी ।
सितप्रेतो महादेवो ब्रह्मा लोहितपंकजम् ॥
हरिर्हरिस्तु विज्ञेयो वाहनानि महौजसः ।
स्वमूर्त्ता वाहनत्वन्तु तेषां यस्मान्न युज्यते ॥
कालिका पुराण –
गवां कोटि प्रदानात्तु यत्फलं जायते नृणाम् ।
तत्फलं समवाप्नोति कामाख्या पूजयेन्नरः ॥
योगिनी तंत्र –
ऋणानि त्रीण्यपाकर्तुं यस्य चित्तं प्रसीदति ।
स गच्छेत् परया भक्त्या कामाख्या योनि सन्निधि ।
योगिनी तंत्र –
सप्तशीति धनुर्मानं रुक्षरक्त शिला च या ।
अष्टहस्तं सपुलकं लिंग लक्षार्द्धसंयुतम् ॥
चतुर्हस्त समं क्षेत्रः पश्चिमे योनिमण्डलम् ।
बाहुमात्रमिदञ्चैव प्रस्तारे द्वादशांगुलम् ॥
आपातालं जलं तत्र योनिमध्ये प्रतिस्थितम् ॥
कामाख्या मंत्र साधना
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार माँ कामाख्या सबसे शक्तिशाली पीठ है। अतः माँ को खुश करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए नियमित रूप से देवी कामख्या की मंत्र पढ़ना चाहिए। सबसे अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए सुबह स्नान के बाद ,देवी कामख्या की मूर्ति या तस्वीर के सामने इस मंत्र को पढ़ना चाहिए।
कामाख्या मंत्र अत्यधिक शक्तिशाली माना जाता है| जिस साधक ने इस मंत्र को सिद्ध कर लिया उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है| मंत्र सिद्धि के विधान कठिन हैं इसलिए इसे हंसी-खेल में लेना घातक है|
आत्मबल तथा सिद्धि के प्रति प्रतिबद्धता हो तभी इस ओर कदम बढ़ाना चाहिए| साधना के आरंभ में विनियोग, करन्यास, अंग न्यास करें| तत्पश्चात ध्यान के लिए देवी के निम्नलिखित अतुलनीय स्वरूप पर अपनी चेतना एकाग्र करें।
कामख्या मंत्र के लाभ
जिस साधक ने इस मंत्र को सिद्ध कर लिया उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है| और जीवन से सारी बुराई दूर रखती है और आपको माँ कामाख्या स्वस्थ, धनी और समृद्ध बनाती है।
जय माँ कामाख्या !